Sunday, September 2, 2012

मेरे दिन उदास हैं और रातें तन्हा सी..

मेरे दिन उदास हैं और रातें तन्हा सी ऐ-दोस्त,


क्या कसूर था मेरा, फकत तुझसे मुहब्बत के सिवा..!!

1 comment:

  1. ha batao kya kasur tha...........???????????????

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